NEET UG 2025 की राउंड 1 काउंसलिंग प्रक्रिया अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। चॉइस लॉकिंग की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और यदि आप मेडिकल या डेंटल सीट पाना चाहते हैं, तो यह समय आपकी सतर्कता और समझदारी का असली इम्तिहान है।
NEET UG चॉइस लॉकिंग क्या होती है?
NEET काउंसलिंग में “चॉइस लॉकिंग” का मतलब है — आपने जो कॉलेज और कोर्स चुने हैं, उन्हें अंतिम रूप देना।
आप MCC पोर्टल पर अपनी पसंद को भरने के बाद उन्हें लॉक यानी स्थायी कर सकते हैं, ताकि सिस्टम उन्हीं विकल्पों के आधार पर आपकी सीट का निर्धारण करे।
अगर आपने चॉइस भर दी लेकिन लॉक नहीं किया, तो सिस्टम अपने आप उन्हें अंतिम मानकर ‘Auto Lock’ कर देगा। लेकिन इस प्रक्रिया में जोखिम है — क्योंकि हो सकता है कि आपने अंतिम समय तक जो बदलाव सोचे थे, वे लागू ही न हो पाएं।

NEET UG प्रक्रिया की समय सीमा और चरण
- रजिस्ट्रेशन और फीस जमा – पहले से हो चुका
- चॉइस फिलिंग – उम्मीदवार अपनी प्राथमिकताएं भर चुके
- अब चल रहा है – चॉइस लॉकिंग
- इसके बाद – सीट आवंटन और रिपोर्टिंग चरण
NEET UG लॉक करने से पहले क्या करें?
- अपनी सभी पसंदों को रैंक के अनुसार व्यवस्थित करें
- चेक करें कि कोई गलती, डुप्लीकेट या गलत कोर्स तो नहीं चुना
- MBBS, BDS, BAMS जैसे विकल्पों को स्पष्ट प्राथमिकता के अनुसार लगाएं
- सरकारी कॉलेजों को ऊपर और निजी कॉलेजों को नीचे रखें (यदि फीस एक मुद्दा है)
NEET UG चॉइस लॉकिंग के बाद क्या नहीं कर सकते?
- आप कोई बदलाव नहीं कर सकते
- कॉलेज की प्राथमिकता बदलना संभव नहीं होगा
- यदि कोई गलती रह गई, तो अगली राउंड का ही सहारा बचेगा
इसलिए, ये एक ऐसा स्टेज है जहां गलती नहीं — सिर्फ सूझबूझ काम आएगी।
NEET UG चॉइस लॉक करने की प्रक्रिया (स्टेप बाय स्टेप)
- MCC की वेबसाइट पर जाएं
- अपने लॉगिन डिटेल्स से साइन इन करें
- “चॉइस फिलिंग एंड लॉकिंग” सेक्शन पर जाएं
- अपनी भरी हुई पसंदों की सूची को अच्छी तरह जांचें
- “Lock Choices” पर क्लिक करें
- लॉकिंग कंफर्मेशन कोड डालें (यदि मांगा जाए)
- लॉकिंग स्लिप डाउनलोड करें और उसका प्रिंट निकाल लें
NEET UG क्यों जरूरी है मैन्युअल लॉकिंग?
हालांकि सिस्टम आपके विकल्पों को ऑटोमेटिकली लॉक कर देगा, लेकिन मैन्युअल लॉकिंग से आपको यह विश्वास रहता है कि:
- आपने अपनी रणनीति के अनुसार सही क्रम में पसंदें भरी हैं
- कोई त्रुटि या भूल नहीं रह गई है
- आपकी पसंद अंतिम रूप में आपके नियंत्रण में रही है, न कि सिस्टम के
किस तरह से करें कॉलेजों की रैंकिंग?
नीचे कुछ सलाह दी जा रही हैं जिससे आप अपने विकल्पों को बेहतर क्रम में रख सकते हैं:
| प्राथमिकता | कॉलेज/कोर्स | सुझाव |
|---|---|---|
| 1 | AIIMS, JIPMER, MAMC | उच्च गुणवत्ता और रेपुटेशन |
| 2 | राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेज | कम फीस और अच्छा क्लिनिकल एक्सपोजर |
| 3 | डेंटल सरकारी कॉलेज | यदि MBBS में सीट न मिले |
| 4 | प्राइवेट कॉलेज | यदि आर्थिक स्थिति अनुमति दे |
| 5 | BAMS/BHMS/BPT जैसे बैकअप कोर्स | अंतिम विकल्प के रूप में |
रणनीतिक सोच क्यों जरूरी?
मान लीजिए आपकी रैंक 10,000 है और आपने शुरुआत में ही एक प्राइवेट कॉलेज रख दिया, तो MCC उसी को आपकी पहली पसंद मानकर सीट अलॉट कर देगा — जबकि हो सकता है कि आप किसी सरकारी कॉलेज में भी योग्य हों।
इसलिए, जो सबसे बेहतर विकल्प है, वही सबसे ऊपर रखें। बाद में पछताने का समय नहीं मिलेगा।
आगे की समय-रेखा
- चॉइस लॉकिंग की अंतिम तारीख के बाद MCC राउंड 1 सीट अलॉटमेंट रिजल्ट जारी करेगा
- जिन उम्मीदवारों को सीट अलॉट होगी, उन्हें कॉलेज जाकर रिपोर्ट करना होगा
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, फीस भुगतान और जॉइनिंग प्रक्रिया शुरू होगी
जरूरी दस्तावेज़ रिपोर्टिंग के समय:
- NEET UG स्कोर कार्ड
- एडमिट कार्ड
- 10वीं और 12वीं की मार्कशीट
- आधार कार्ड
- कास्ट/डोमिसाइल सर्टिफिकेट (यदि लागू हो)
- MCC अलॉटमेंट लेटर
- लॉकिंग स्लिप
अंतिम सुझाव
- चॉइस लॉकिंग में जल्दबाजी न करें, लेकिन आखिरी दिन का इंतजार भी न करें
- अपनी पसंदों को परिवार, सीनियर स्टूडेंट्स या करियर काउंसलर से सलाह लेकर भरें
- लॉकिंग स्लिप को PDF और प्रिंट दोनों रूप में संभालकर रखें
- सिस्टम लॉगआउट न हो जाए, इसके लिए एक साथ ब्राउज़र में दो टैब खोलकर न रखें
निष्कर्ष
NEET UG काउंसलिंग का चॉइस लॉकिंग चरण आपकी मेडिकल यात्रा की दिशा तय करता है।
यह सिर्फ एक तकनीकी प्रक्रिया नहीं — यह एक फैसला है, जो आपके करियर को अगले पाँच सालों के लिए मार्ग देगा।
इसलिए:
✅ सोच-समझकर विकल्प भरें
✅ रणनीतिक क्रम में उन्हें व्यवस्थित करें
✅ समय से पहले लॉक करें
✅ आत्मविश्वास के साथ परिणाम की प्रतीक्षा करें
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